Chandrayaan-3
13 जुलाई को लॉन्च हो जाएगा
Chandrayaan-2
के मुकाबले Chandrayaan-3 में कई नई तकनीक का इस्तेमाल हुआ है
इसरो, ISRO के वैज्ञानिको का मानना है कि हम चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करने में सक्षम होंगे
Chandrayaan-3
को लेकर पुरे देश के लोगों में उत्साह है
Chandrayaan-2 के साथ हुए दुर्घटना के बारे में आपको तो मालूम ही होगा
लैंडिंग के मात्र कुछ सकेंड पहले ही
विक्रम लैंडर से सम्पर्क टूट गया था
Chandrayaan-3
चंद्रमा की सतह पर उतरेगा और परीक्षण करेगा।
Chandrayaan-3
का
कुल वजन 3,900 किलोग्राम है।
यह मिशन ज्यादातर Chandrayaan-2 की तरह ही देखेगा